जी हां भारतीय समाज हिंसक हो रहा है। ये हिंसक
समाज गौरक्षा के नाम पर तालिबानी हो रहा है और राजसमंद जैसी घटना ISIS का खौफ पैदा कर रही है। तमाम दलीलों को बावजूद सच यही
है कि जंगलराज की तस्दीक हो रही है। अंतर्राष्ट्रीय संस्था ह्यूमन राइट वॉच ने
वर्ल्ड रिपोर्ट 2018 जारी कर दी है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में
सत्तारूढ़ पार्टी भारतीय जनता पार्टी के समर्थक हमलावर हो गए हैं और हिंसक समाज की
रचना कर रहे हैं। रिपोर्ट में सरकार की कमजोरी का भी जिक्र किया गया है। बताया गया
है कि नरेंद्र मोदी सरकार देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को रोकने में बुरी
तरह से नाकाम रही है। रिपोर्ट की शुरुआत में ही बताया गया है कि धार्मिक
अल्पसंख्यकों, कमजोर तबकों, सरकार की आलोचना करने वालों और बीजेपी से असहमति रखने
वालों को जमकर निशाना बनाया जा रहा है। रिपोर्ट बता रही है कि सरकार समर्थित समूह
ही हमले कर रहे हैं और सरकार निष्पक्ष जांच करवाने में विफल साबित हो रही है। मतलब
सरकार हमलावरों को बचा रही है। जबकि बीजेपी के ही कुछ नेता लगातार हिंसक समूहों को
भड़काते रहे हैं।
इस
रिपोर्ट में देश में अभिव्यक्ति की आज़ादी पर हो रहे हमलों का भी जिक्र है।
रिपोर्ट में साफ लिखा गया है कि सरकार की नीतियों की आलोचना करने वाले सामाजिक
कार्यकर्ताओं, पत्रकारों, शिक्षाविदों को अपने विचार रखने से रोका जा रहा है। जो
नहीं रुक रहे हैं उनको निशाना बनाया जा रहा है और उनकी आवाज दबाने के लिए हिंसक
हमले किए जा रहे हैं।
रिपोर्ट में उन गैर सरकारी संगठनों पर सरकारी शिकंजे का भी जिक्र है जो
सरकारी की नीतियों के आलोचक रहे हैं। ह्यूमन राइट वॉच ने देश में मानवाधिकारों के
लगातार हनन का भी जिक्र किया है। बताया गया है कि जम्मू-कश्मीर, उत्तर प्रदेश,
हरियाणा, और छत्तीसगढ़ समेत कई राज्यों में सुरक्षाबलों ने गैर वाजिब तरीके से
कार्रवाइयां की और कानून तोड़े।
ह्यूमन
राइट वॉच की इस रिपोर्ट में राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ की भी चर्चा है। रिपोर्ट में
बताया गया है कि गौरक्षा और लव जेहाद के नाम पर संघ परिवार ने पांच हजार धार्मिक
सैनिकों की भर्ती की घोषणा कर माहौल को खराब किया। इसके साथ ही चरमपंथी हिंदू
संगठनों मे गौरक्षा और लव जेहाद के नाम पर जमकर तांडव किया, यहां तक की हत्याएं भी
कीं। यहां जानना ज़रूरी है कि ह्यूमन राइट वॉच ने दुनिया के 90 देशों में
मानवाधिकारों का अध्ययन किया है और 90 देशों की रिपोर्ट भी जारी की है। चिंता की
बात ये है कि इस रिपोर्ट में भारत के मौजूदा माहौल को बेहद चिंताजनक बताया गया है।