मर नहीं जाता है अपमानित प्रेम
बंट जाता है या फिर कर देता है विद्रोह
बंट जाता है कइयों के बीच
और उस बंटवारे में बचा रहता है
थोड़ा हिस्सा उसका भी
जिसने अपमानित किया होता है
कभी भी नहीं मरने वाले प्रेम को
बंट जाता है या फिर कर देता है विद्रोह
बंट जाता है कइयों के बीच
और उस बंटवारे में बचा रहता है
थोड़ा हिस्सा उसका भी
जिसने अपमानित किया होता है
कभी भी नहीं मरने वाले प्रेम को
या फिर जब वो करता है विद्रोह
तो खुद को लुटाने लगता है
कभी आवारा बादलों की तरह
कभी बेलौस नदियों की तरह
लुटाता है, लुट जाता है
तो खुद को लुटाने लगता है
कभी आवारा बादलों की तरह
कभी बेलौस नदियों की तरह
लुटाता है, लुट जाता है
इन दोनों के बीच वो हमेशा शामिल रखता है
उसको, जिसने अपमानित किया होता है
कभी भी नहीं मरने वाले प्रेम को
उसको, जिसने अपमानित किया होता है
कभी भी नहीं मरने वाले प्रेम को